जयप्रकाश नारायण (Jayaprakash Narayan) को लोकनायक (Loknayak) के नाम से भी जाना जाता है ।
वर्ष 1998 में मरणोपरांत इन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया।
वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इन्होंने डॉ. राम मनोहर लोहिया तथा अरुणा आसफ अली के साथ मिलकर गुप्त रूप से भारतीय जनता को संगठित किया था। इन्होंने 5 जून, 1974 को पटना के गांधी मैदान पर संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया।