जब कोई वस्तु (पिण्ड) एक वृत्त के अनु अचर गति से चलती है तो क्या होता है? Jab Koi Vastu Pind Ek Vritt Ke Anu Achar Gati Se Chalti Hai To Kya Hota Hai?
(A) उस पर कोई भी 'कार्य' नहीं हो रहा होता है।
(B) उस पर कोई बल क्रियाशील नहीं है।
(C) वस्तु में कोई त्वरण उत्पन्न नहीं होता है।
(D) उसका वेग सदैव एक-सा रहता है।