जब किसी वस्तु का केवल एक क्रेता तथा एक विक्रेता होता है, तब वह द्विपक्षीय एकाधिकार (Bilateral Monopoly) की स्थिति कहलाती है। इस प्रकार की बाजार संरचना में मांग और पूर्ति दोनों पक्षों का क्रमश: क्रेता और विक्रेता के रूप में एकाधिकारी वर्चस्व विद्यमान रहता है। इस बाजार में कीमत और उत्पादन स्तर अनिर्धारणीय रहता है।
अतः उपरोक्त सभी विकल्पों में से विकल्प (b) सही होगा।