तड़ित की चमक उसकी गर्जन सुनाई देने से पहले देखने में आती है क्योंकि – Tadit Ki Chamak Uski Garjan Sunai Dene Se Paihle Dekhne Mein Aati Hai Kyunki
(A) तड़ित गर्जन से अधिक निकट होती है।
(B) प्रकाश निर्वात के जरिए गुजर सकता है।
(C) प्रकाश की गति ध्वनि की गति से अधिक होती है।
(D) ध्वनि की गति प्रकाश की गति से अधिक होती है।