किसी चट्टान में नत वलन (Down fold) को अभिनति (Bias) कहा जाता है।
पृथ्वी के अन्तर्जात बल द्वारा उत्पन्न क्षैतिक संचलन द्वारा जब भूपटलीय चट्टानों में संपीडन की स्थिति उत्पन्न हो जाती है,तो चट्टानों में लहरनुमा मोड़ पड़ जाते हैं। इस प्रकार के लहरनुमा मोड़ों को ही वलन (Fold) कहा जाता है।
वलन में कुछ भाग ऊपर उठ जाता है और कुछ भाग नीचे में फँस जाता है। ऊपर उठे भाग को अपनति (anticlines) तथा नीचे धंसे भाग को अभिनति (Cynclines) कहते हैं। वलन वृहद् संवलन का ही लघु रूप होता है। वलन की दोनों भुजाओं के बीच अपनति के उच्चस्थ या अभिनति के निम्नस्थ भागों से गुजरने वाली कल्पिक रेखा को वलन का अक्ष (axis of fold) कहते हैं।
प्रत्येक वलन में दोनों ओर के भागों को वलन की भुजाएँ (limbs of fold) कहते हैं। वलन के मध्य में स्थित कल्पित तल को अक्षीय तल (axial plane) कहते हैं।