मुगल दरबार में प्रमुख चित्रकार अब्दुस्समद था, जिसके नेतृत्व में अकबर ने चित्रकला का एक पृथक विभाग स्थापित किया।
अकबर के समय के प्रमुख चित्रकारों में मीर सैय्यद अली, ख्वाजा, मुंकुंद, दसवंत, बसावन इत्यादि प्रमुख चित्रकार थे। आइने अकबरी में कुल 17 चित्रकारों का उल्लेख है। रज्मनामा नामक पांडुलिपि में दसवंत द्वारा बनाए गए चित्र मिलते हैं।
मुगल काल में चित्रकला का शुभारम्भ हुमायूं के काल में हुआ।
मीर सैय्यद अली जिन्होंने मुगल चित्रकला की शुरुआत की, वे बिहजाद के शिष्य थे। बाबर के दरबार में रहने वाले चित्रकार बिहजाद को पूर्व का राफेल कहा जाता है। मुगल चित्रकला का स्वर्णकाल, जहांगीर के शासनकाल को कहा जाता है।