भारतीय कृषि की विशिष्ट विशेषता यह है कि इस क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक श्रम नियोजित है। वस्तुतः छिपी बेरोजगारी अथवा प्रछन्न बेरोजगारी (Disguised Unemployment) भारतीय कृषि क्षेत्र की विशेषता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र में बढ़ते श्रम-बल को खपाने की क्षमता नहीं है। अतः भारत में अधिकांश व्यक्ति कृषि क्षेत्र में बेकार हैं ।
अतः विकल्प (b) सही होगा ।