भारत के राजनैतिक प्रयासों का लक्ष्य स्वराज (Self-government) था। दादाभाई नौरोजी ने इस लक्ष्य की घोषणा "कोलकत्ता अधिवेशन 1906" में की थी।
वर्ष 1906 में कांग्रेस का कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता दादाभाई नौरोजी ने की थी। वर्ष 1906 के 22वें काँग्रेस अधिवेशन में पहली बार 'स्वराज' का प्रस्ताव पारित किया गया।
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पाँचवा अधिवेशन (1889) की अध्यक्षता विलियम बेडरबर्न ने की थी।
- 1890 के कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार महिला ने भी भाग लिया।
- कांग्रेस का पहला अधिवेशन बम्बई में 1885 ई० में हुआ था।
- वर्ष 1886 के काँग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता दादाभाई नौरोजी ने की थी।