कांग्रेस ने स्वराज प्रस्ताव वर्ष 1905 में पारित किया। प्रस्ताव का उद्देश्य था- स्व-शासन सुनिश्चित करना( Ensuring Self-Government) ।
कांग्रेस ने स्वराज संबंधी प्रस्ताव पर सर्वप्रथम वर्ष 1905 में बनारस अधिवेशन में चर्चा की एवं वर्ष 1906 में कलकत्ता के अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर दिया गया।
इस प्रस्ताव के साथ स्वदेशी, बहिष्कार तथा राष्ट्रीय शिक्षा संबंधी प्रस्ताव भी पारित किए गए।