पृथ्वी पर मौजूद ध्रुवीय बर्फ के आवरण के संकुचन की गहन निगरानी करने हेतु नासा द्वारा ICE Sat-2 उपग्रह प्रक्षेपित किया गया था।
ICE Sat-2 का प्रमुख कार्य निम्न है—
- ध्रुवीय बर्फ के कारण वर्तमान में समुद्र स्तर में परिवर्तन और जलवायु परिस्थितियों से जुड़ाव का मात्रात्मक अध्ययन करना।
- समुद्री बर्फ की मोटाई का अनुमान लगाने के लिए ऊर्जा, द्रव्यमान और नमी के बर्फ/ महासागर/ वायुमंडल के आदान-प्रदान का जाँच करना।
- भूकंप या भूस्खलन जैसी घटनाओं के बाद बादलों और एरोसोल, महासागरों की ऊँचाई जलाशयों और झीलों, शहरों और जमीनी गतिविधियों का मापन करना।
- बड़े पैमाने पर बायोमास और बायोमास परिवर्तन का आकलन करना।
- Hysis मिशन को इसरो ने वायुमंडलीय गतिविधि और जलवायु परिवर्त्तन, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र, कृषि, वानिकी, जल प्रबंधन, खनिजों की तलाश जैसी गतिविधियों जैसे कार्यो के लिये किया जा सकता है।