निर्मित और निर्यातित वस्तुओं को प्रशासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर बेचे जाने हेतु दिल्ली (Delhi) में एक विशेष बाजार सराय-ए-अदल की स्थापना अलाउद्दीन खिलजी (Alauddin Khilji) ने की थी। सराय-ए-अदल सरकारी सहायता प्राप्त बाजार था,जहाँ वस्त्र एवं अन्य वस्तुओं का बाजार होता था।
अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316) खिलजी वंश का महानतम शासक था। मूल्य नियंत्रण हेतु अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली की शुरूआत की थी।
अलाउद्दीन खिलजी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली लागू करने वाले प्रथम सुल्तान माना जाता है। अलाउद्दीन खिलजी गृहकर, चारागाह कर आदि के अलावा जजिया कर, खराज/भूमिकर, जकात जैसे करों की भी वसूली करता था।
मुहम्मद-बिन-तुगलक, तुगलक वंश का शासक था। जो दिल्ली सल्तनत के सबसे बड़े क्षेत्रफल पर शासन करने वाले शासक था।
शेरशाह सूरी ने पटना (Patna Bihar) का नामकरण किया था। (1541 ई० में)