बिहार के राज्य घरेलू उत्पाद में कृषि, उद्योग, व्यापार, संचार, परिवहन आदि विभिन्न क्षेत्रों द्वारा उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं का मूल्य सम्मिलित रहता है।
राज्य के इन सभी क्षेत्रों के उत्पादन में वृद्धि होने से राज्य की आय में भी वृद्धि होती है। विगत वर्षों के अंतर्गत बिहार के प्राथमिक क्षेत्र के उत्पादन में कमी हुई है जिसका प्रमुख कारण कृषि की उपज में गिरावट है।
द्वितीयक अथवा औद्योगिक क्षेत्र के उत्पादन में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ है तथा राज्य के घरेलू उत्पाद में इस क्षेत्र का सबसे न्यून योगदान होता है।
वर्तमान में बिहार के राज्य घरेलू उत्पाद में सेवा क्षेत्र का अंशदान सर्वाधिक है जिसमें संचार सेवाएँ, बैंकिंग तथा व्यापार महत्त्वपूर्ण हैं।
2012-13 की अवधि में बिहार की विकास दर 12 प्रतिशत रही है।