उतर: राज्य घरेलू उत्पाद का आकलन प्रायः दो आधारों पर किया जाता है-
- सकल राज्य घरेलू उत्पाद
- शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद
सकल राज्य घरेलू उत्पाद किसी राज्य के भीतर एक लेखावर्ष में उत्पादित समस्त वस्तुओं और सेवाओं का मौद्रिक मूल्य होता है। परंतु, इस सकल राज्य घरेलू उत्पाद को प्राप्त करने में मशीन आदि की घिसावट होती है तथा कुछ व्यय करना पड़ता है।
सकल घरेलू उत्पाद में से व्यय के इन मदों को घटाने के बाद जो शेष राशि बच जाती है वह शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद है। राज्य के नागरिकों की प्रतिव्यक्ति आय और उनका जीवन स्तर मुख्यतः इसी पर निर्भर करता है।