जब किसी भारी तत्व के नाभिक का विखण्डन होता है तो ऊर्जा प्राप्त होती है। वास्तव में ऊर्जा की यह मात्रा बहुत अधिक होती है। विखण्डन से प्राप्त इस ऊर्जा को ही नाभिकीय ऊर्जा अथवा परमाणु ऊर्जा कहते हैं। यदि यूरेनियम के एक नाभिक का विखण्डन किया जाय तो लगभग 200 मिलियन इलेक्ट्रॉन वोल्ट ऊर्जा की मात्रा प्राप्त होती है। एक ग्राम यूरेनियम का विखण्डन करने पर उतनी ही ऊर्जा की मात्रा होती है जितनी कि अति विस्फोटक (T.N.T. Tri-Nitro Tolune) के 20 टन के विस्फोट से प्राप्त होती है। नाभिकीय ऊर्जा को नियंत्रित करके इसका उपयोग कई रचनात्मक कार्यों में किया जा सकता है। नाभिकीय ऊर्जा को नाभिकीय रिएक्टर से उत्पन्न किया जाता है। नाभिकीय ऊर्जा को विद्युत शक्ति में परिवर्तित करके कल कारखाने चलाये जा सकते हैं एवं विद्युत संकट का समाधान किया जा सकता है।