भारत-भारती (Bharat-Bharati) के लेखक मैथिली शरण गुप्त (Maithili Sharan Gupt) है। यह एक प्रसिद्ध काव्य है।
भारतीय साहित्य में भारत-भारती सांस्कृतिक नवजागरण का ऐतिहासिक दस्तावेज है। ऐसा माना जाता है, कि इस काव्य की रचना 1912-13 ई० में की गई।
यह काव्य ग्रन्थ तीन भागों में बाँटा गया है, जो इस प्रकार है:
1. अतीत खण्ड - भारतवर्ष के इतिहास पर गर्व करने को पूर्णतः विवश करता है।
2. वर्तमान खण्ड - इस खण्ड में दारिद्र्य, नैतिक पतन, अव्यवस्था और आपसी भेदभाव से जूझते उस समय के देश की दुर्दशा को दर्शाते हुए, सामाजिक नूतनता की माँग रखी गयी है।
3. भविष्यत् खण्ड - इस खण्ड में अपने ज्ञान, विवेक और विचारों की सीमा को छूते हुए गुप्तजी ने समस्या समाधान के हल खोजने और लोगों से उसके के लिए आवाहन करने का भरसक प्रयास किया है।