सन् 1906 ई० में मुसलमानों का एक शिष्टमंडल अपनी माँगों के साथ आगा खाँ के नेतृत्व में वायसराय मिंटो से शिमला में मिला।
मिंटो ने उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। ढाका में एकत्रित प्रमुख मुसलमानों ने 30 दिसंबर 1906 को मुसलिम लीग की स्थापना की।
लीग ने सरकार के साथ सहयोग का रास्ता अपनाया सरकारी नौकरियों एवं व्यवस्थापिका सभाओं में प्रतिनिधित्व एवं पृथक निर्वाचन मंडलों की माँग की।