22-24 मार्च, 1940 को मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन में प्रसिद्ध पाकिस्तान प्रस्ताव पारित किया गया।
जिसका आधार यह था कि ऐसा कोई संविधान मुसलमानों को स्वीकार्य नहीं होगा, जिसमें भारत के पूर्व और पश्चिम के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों को एक स्वतन्त्र और सार्वभौम राज्य के रूप में स्वीकार न किया गया हो।