श्रीलंका की राष्ट्रीय एकता (National Unity) के खतरे में पड़ने के निम्नांकित कारण रहे हैं, जो इस प्रकार है :
1. सत्ता की साझेदारी में बहुसंख्यकों को अल्पसंख्यकों की अपेक्षा अधिक प्रश्रय दिया गया है। श्रीलंका में सिंहली भाषा बोलनेवाले बहुसंख्यक हैं और तमिलभाषी अल्पसंख्यक।
2. अल्पसंख्यक तमिलभाषियों के हितों को नजरअंदाज करने के कारण दोनों समुदायों के बीच निरंतर संघर्ष की स्थिति बनी रही है।
3. अपनी संस्कृति और भाषा को बचाने तथा शिक्षा एवं रोजगार में समानता के अवसर के लिए ही श्रीलंका के तमिल सत्ता के संघीय ढाँचे की माँग करते रहे हैं।