निजामुद्दीन औलिया:- यह बाबा फरीद के शिष्य थे। इनका कार्यक्षेत्र ज्ञासपुर दिल्ली था। यह एकमात्र सूफी संत थे, जिन्होंने शादी नहीं की थी।
इनको महबूब-ए-इलाही (ईश्वर का प्रिय) भी कहा जाता था। अमीर हसन रिजवी की रचना फवायदुल फवाद में औलिया की शिक्षाएं संकलित है।
उन्होंने भारतीय योग प्राणायाम को अपनाया था इसलिए उन्हें योग सिद्धि भी कहा गया। शेख चिश्ती अमीर खुसरो एवं अमीर हसन देहलवी इनके प्रमुख शिष्य थे।