उत्तर-1947 में देश का विभाजन हुआ। पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं ने अपने प्राणों की रक्षा की खातिर भारत में शरण ली। पूर्वी पाकिस्तान के शरणार्थियों ने पश्चिम बंगाल व असम में शरण ली तो पश्चिमी पाकिस्तान से आने वाले लोगों ने पूर्वी पंजाब, राजस्थान, गुजरात, बम्बई,उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि में शरण ली। सरकार ने उन्हें रहने को मकान दिए, नौकरियाँ दी। कोई काम-धन्धा चलाने हेतु वित्तीय सहायता दी गई। जनता ने भी इस काम में बहुत सहयोग दिया।