प्रस्तुत पाठ में लेखक ने बताया है कि दामोदर नामक कवि से हमें जानकारी मिलती है कि सरस्वती के वंशज यहां रहते थे।
राजशेखर (Rajshekhar) कवि के अनुसार पाणिनी, पिंगल, वररुचि आदि महान विद्वानों की परीक्षा यहां ली जाती थी। इससे ज्ञात होता है कि प्राचीन पाटलिपुत्र शिक्षा (Education) का एक महान केंद्र(Great Centre) था।