स्वामी सहजानन्द का संबंध था - बिहार के किसान आंदोलनों के साथ (With the Farmers Movement Of Bihar) ।
स्वामी सहजानन्द ने बिहार प्रांतीय किसान सभा की स्थापना की थी और वे अखिल भारतीय किसान सभा के एक प्रमुख नेता भी थे।
उनका संबंध बिहार के किसान आंदोलन से था। इनके कृषि सुधार कार्यक्रम का वास्तविक लक्ष्य जमींदारी प्रथा का उन्मूलन तथा कृषकों को मालिकाना अधिकार दिलाना था।
किसानों के प्रति इनकी समर्पित सेवाओं के कारण इन्हें किसान-प्राण कहा जाने लगा।