जीवद्रव्य (Protoplasm) : यह एक तरल गाढ़ा रंगहीन, पारभासी, लसलसा, वजनयुक्त पदार्थ है। जीव की सारी जैविक कियाएँ इसी के द्वारा होती है।
इसीलिए जीवद्रव्य (Protoplasm) को जीवन का भौतिक आधार कहते हैं। जीवद्रव्य का नामकरण पुरकिंजे (Purkenje) के द्वारा सन् 1839 ई. में किया गया।
जीवद्रव्य दो भागों में बँटा होता है :
- कोशिका द्रव्य (Cytoplasm) : यह कोशिका में केन्द्रक एवं कोशिका झिल्ली के बीच रहता है।
- केंद्रक द्रव्य (Nucleoplasm) : यह कोशिका में केन्द्रक के अन्दर रहता है।