चन्द्रगुप्त मौर्य ने सेल्यूकस को बख्शिश के रूप में 500 युद्धक हाथी दिया था।
चन्द्रगुप्त मौर्य, मौर्य वंश का संस्थापक था जिसका जन्म 345 ई०पू० में हुआ था।
जस्टिन ने चंद्रगुप्त मौर्य को सैंड्रोकॉटोस कहा था।
जिसकी पहचान विलियम जोन्स ने चन्द्रगुप्त मौर्य के रूप में की थी।
चन्द्रगुप्त मौर्य जैन धर्म का अनुयायी था तथा इसने जैन धर्म की शिक्षा भद्रबाहु से ली थी।
305 ई०पू० में चंद्रगुप्त मौर्य ने सेल्यूकस निकेटर को हराया था।
इस हार के बाद निकेटर ने अपनी पुत्री का विवाह चंद्रगुप्त से करवा दिया।
चंद्रगुप्त मौर्य सेल्यूकस को उपहार स्वरूप 500 युद्ध हाथी उपहार में दिया था।