जे० जे० थॉमसन (J. J. Thomsan) ने यह सिद्धांत प्रतिपादित किया था कि इलेक्ट्रॉन एक धनावेशित गोले (Positive sphere) में धंसे हुए (Embedded) होते है।
थॉमसन (Thomson) के अनुसार, परमाणु एक ठोस गोला है जिसमें सम्पूर्ण द्रव्यमान एवं धन आवेश एकसमान रूप से वितरित है एवं इसमें बीच-बीच में ऋण आवेश (इलेक्ट्रॉन) इस प्रकार व्यवस्थित है, जैसे कि तरबूज में बीज।
थॉमसन मॉडल (Thomson Model) के आधार पर तापयनिक उत्सर्जन, विद्युत प्रभाव एवं आयनन को समझाया जा सका है।
- अल्फा-कण के प्रकीर्णन स्वर्ण-पत्ती प्रयोग के पश्चात् परमाणु संरचना के संदर्भ में रदरफोर्ड (Rutherford) ने मॉडल दिये थे।
- रदरफोर्ड मॉडल के अनुसार परमाणु का समस्त द्रव्यमान एवं एक अल्प क्षेत्र में केन्द्रित रहता है, जिसे नाभिक कहा गया।
- रदरफोर्ड के अनुसार परमाणु का अधिकांश भाग खोखला है एवं नाभिक के चारो ओर इलेक्ट्रॉन इस प्रकार भ्रमण करते है जिस प्रकार पृथ्वी सूर्य के चारो ओर परिक्रमा करती है।