सर्वप्रथम बलवंत राय मेहता (Balwant Rai Mehta) ने नवंबर, 1957 में पंचायती राज पर अपनी सिफारिश प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने प्रजातांत्रिक विकेंद्रीकरण की सिफारिश की। इसके अनुसार तीन स्तरों पर पंचायती राज संस्थाओं का गठन होना था जिला स्तर, ब्लॉक स्तर, ग्राम स्तर पर।