बिहार में 4 फसलें भदई, अगहनी, रबी एवं गरमा लगाई जाती है—
(i) भदुई— धान ज्वार, बाजरा, मकई के अलावे जूट एवं सब्जी की खेती होती है। इसकी खेती जून से होती है एवं अगस्त सितम्बर में कटाई कर ली जाती है।
(ii) अगहनी— बिहार की आधी से अधिक कृषिगत भूमि पर अगहनी फसल लगाई जाती है। यह फसल जून से अगस्त तक लगायी जाती है और नवम्बर-दिसम्बर में काट ली जाती है। धान, बाजरा, अरहर, गन्ना प्रमुख फसल है।
(iiii) रबी— इस फसल में अक्टूबर-नवम्बर के मध्य लगाया जाता है एवं अप्रैल में काट लिया जाता है। गेहूँ, जौ, दलहन, तेलहन इसके प्रमुख फसल है।
(iv) गरमा— इस फसल को गर्मी की ऋतु में लगाया जाता है। इसमें गरमा, धान, ग्रीष्मकालीन सब्जियां उगायी जाती है।
चावल बिहार का प्रमुख खाद्यान्न फसलें हैं। इसकी खेती राज्य के सभी भागों में होती है। 2006-07 में 33.54 लाख हेक्टेयर भूमि पर 50 लाख टन धान का उत्पादन हुआ।
धान की खेती सबसे अधिक उत्पादन पश्चिम चम्पारण, रोहतास, औरंगाबाद में होता है। इन तीनों राज्य क्रमशः सबसे अधिक चावल उत्पादन करते हैं। लेकिन क्षेत्रफल की दृष्टि से रोहतास प्रथम है । इसके अलावे पूर्वी चम्पारण, मधुबनी आदि ।