जल से जन्म लेने वाले रोगों को जल के कीटाणुशोधन (Sterilization) द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।
जल का कीटाणुशोधन मुख्यतः ब्लीचिंग पाउचर, UV किरण से करते हैं।
- जल को वायु में ज्यादा देर तक मिलाने को वायुमिश्रण (Aeration) कहते हैं।
- जल में नाइट्रेट की मात्रा 45 mg/d से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
- जल में नाइट्रेट की मात्रा बढ़ने से ब्लू बेबी सिंड्रोम होता है।