माँग आधारित जमा स्वीकार करना कार्य एन० बी० एफ० सी० द्वारा नहीं किया जा सकता है। अत: विकल्प (4) सही उत्तर होगा।
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी उस संस्था को कहते हैं, जो कंपनी अधिनियम, 1956 के अंतर्गत पंजीकृत होती है। जिसका प्रमुख कार्य उधार देना तथा विभिन्न प्रकार के शेयरों, प्रतिभूतियों, बीमा करोबार तथा चिटफंड से संबंधित कार्यों में निवेश करना होता है ।
भारतीय रिजर्व बैंक ने गैर-वित्तीय कंपनियों और सूक्ष्म वित्त संस्थानों की वित्तीय स्थिति सुधारने हेतु कई उपायों की घोषणा की है।
RBI लक्षित दीर्घकालिक रेपो परिचालन के तहत गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और सूक्ष्म वित्त संस्थानों को नगदी उपलब्ध कराएगा।