पाल राजा धर्मपाल ने बौद्धों के लिए प्रसिद्ध विक्रमशिला विश्वविद्यालय (Vikramshila University) की स्थापना की थी।
इन्होंने भागलपुर (Bhagalpur, Bihar) में विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना की थी तथा नालन्दा विश्वविद्यालय को आर्थिक सहयोग दिये। इनके दरबार में हरिभद्र जैसे विद्वान रहते थे।
विक्रमशिला विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म के वज्रयान शाखा के प्रमुख केन्द्र था। धर्मपाल ने परमसौगत की उपाधि धारण किया। नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कुमार पाल प्रथम ने किया।
पाल वंश के शासक देवपाल ने मुंगेर (Munger, Bihar) को राजधानी बनाया। पाल वंश के शासक बौद्ध धर्म को संरक्षण देने वाले भारत में अंतिम वंश है।