मानव में गैसों (CO2 और O2) का आदान-प्रदान फेफड़ा और रक्त के बीच उपस्थित कूपिका (Alveoli) में होता है।
फेफड़ा लिए गए रक्त से 02 को शुद्ध कर शरीर के सारे कोशिकाओं में पहुँचाता है और CO2 को फिर कूपिका की मदद से बाहर निकालता है।
मनुष्य का श्वसन तंत्र कई अंगों से मिलकर बना होता है। इस तंत्र के अंतर्गत वे सभी अंग आते हैं जिनसे होकर वायु का आदान-प्रदान होता है।
श्वसन तंत्र के महत्वपूर्ण अंग है— नासिका, नासिका गुहा, ग्रसनी, कण्ठच्छद, स्वरयंत्र, श्वासनली, श्वसनियां, श्वसनिकाएं एवं वायु कोशिकाएं।
श्वसन दो प्रकार के होते हैं— बाह्य श्वसन एवं आन्तरिक श्वसन।