साख- मुद्रा का सृजन देश के व्यावसायिक बैंकों के द्वारा किया जाता है।
बैंकों कोई व्यक्ति क्रय वस्तु की मूल्य अदायगी के लिए कर सकता है।
चेक तथा हुंडी द्वारा दिए गए ऋण से साख का सृजन होता है।
ऋण खाते में प्राप्त मुद्रा का प्रयोग साख-पत्र मुद्रा का कार्य करते हैं।