उपलब्ध आंकड़ों (2014-15) के अनुसार, भारत को सर्वाधिक विदेशी मुद्रा की प्राप्ति (उक्त विकल्पों में) कपड़े के निर्यात से होती है। वर्ष 2014-15 में रेडीमेड कपड़ों के निर्यात से 16836 मिलियन डॉलर की प्राप्ति हुई थी।
इसी वर्ष चाय के निर्यात से 682 मिलियन डॉलर तथा लौह अयस्क के निर्यात से 525 मिलियन डॉलर की प्राप्ति हुई थी। आर्थिक समीक्षा, 2019अनुसार, वर्ष 2018-19 में अधिकतम विदेशी मुद्रा अर्जक निर्यात मद विनिर्मित वस्तुएं (231951 मिलियन डॉलर) रहीं। विनिर्मित वस्तुओं की श्रेणी में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा अर्जक मद क्रमशः मशीनरी, परिवहन व धातु निर्माण तथा जेम्स एंड ज्वैलरी रहे ।
अतः सभी विकल्पों में से विकल्प (c) सही होगा