कार्बन-क्वांटम डॉट का उपयोग जैव-इमेजिंग के लिये नैदानिक उपकरणों के रूप में किया जाता है, विशेष रूप से रक्त में कैंसर कोशिकाओं तथा रासायनिक सेंसिंग और ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स में।
- वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-पूर्वोत्तर विज्ञान संस्थान एवं प्रौद्योगिकी (CSIR-NEIST), असम में पदस्थ वैज्ञानिकों की एक टीम द्वारा एक ऐसी रासायनिक प्रक्रिया विकसित की गई है, जो कैंसर की कोशिकाओं का पता लगाने में सहायता करने हेतु डर्टी कोल को बायो-मेडिकल डॉट में बदल देती है।
- कार्बन क्वांटम डॉट्स (CQDs), जिसे CSIR-NEIST टीम ने विकसित किया, वह एक उच्च-स्थिरता, सुचालकता, अल्प-विषाक्तता, पर्यावरण-अनुकूलता और अच्छे ऑप्टिकल गुणों से युक्त होता है तथा यह नीले रंग का उत्सर्जन करता है।
- कार्बन क्वांटम डॉट्स एक भविष्योन्मुखी पदार्थ है। इसकी मांग भारत में काफी तेजी से बढ़ रही है, जिसकी वजह से पर्याप्त मात्रा में इसका आयात किया जा रहा है।