रोटी में स्टार्च उपस्थित रहता है जो लार में मिलकर शर्करा में परिवर्तित हो जाता है। जिसकारण मुँह में कुछ समय के बाद रोटी मीठी प्रतीत होने लगती है।
एमाइलेज + स्टार्च एवं ग्लाइकोजेन → माल्टोस
लाइपेज + इमल्सीकृत वसा → वसा अम्ल + ग्लिसरॉल
मनुष्य के मुखगुहा में तीन जोड़ी लार ग्रंथियाँ—
- सबमैडिबुलर लारग्रंथि
- पैरोटिड ग्रंथि
- सबलिंगुअल लार ग्रंथि।
लार ग्रंथियों द्वारा स्त्रावित लार में म्यूकस के अतिरिक्त कई अन्य एन्जाइम होते हैं। इसमें टायलिन (एमाइलेज ) एवं लाइसोजाइम नामक एन्जाइम मुख्यतः होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं।