भारत के विभिन्न राज्यों में श्रम सहभागिता दर में विभिन्नता पायी जाती हैं। जिन राज्यों में खेती पर आश्रित श्रमिकों की संख्या अधिक है, उनमें श्रम सहभागिता अधिक है, क्योंकि आर्थिक विकास के निम्न स्तरों वाले क्षेत्रों में निर्वाह अथवा लगभग निर्वाह की आर्थिक क्रियाओं के निष्पादन के लिए अनेक कामगारों की जरूरत पड़ती है।
श्रमिकों के अपेक्षाकृत अधिक प्रतिशत वाले राज्य मिजोरम (53%), हिमाचल प्रदेश (49%), सिक्किम (49%), छत्तीसगढ़ (47%), आंध्रप्रदेश (46%), कर्नाटक (45%) इत्यादि हैं। दूसरी ओर, दिल्ली (33%), उत्तरप्रदेश (33%), बिहार (34%), लक्षद्वीप (25%) और केरल (32%) में श्रम सहभागिता दर अति निम्न है।