गुप्त शासक समुद्रगुप्त (Samudragupt) ने अश्वमेघ यज्ञ संपादित किया।
गुप्त राजवंश की स्थापना श्री गुप्त ने की थी । गुप्त राजवंश का वास्तविक संस्थापक चन्द्रगुप्त - I था। चन्द्रगुप्त - I के बाद उसका बेटा समुद्रगुप्त गद्दी पर वैठा था ।
चंद्रगुप्त ने अश्वमेघ पराक्रम, व्याघ्र पराक्रम, सर्वराजोक्षेता एवं अप्रतिरथ की उपाधि धारण की थी । समुद्रगुप्त के सिक्कों पर उसे वीणा बजाते हुए दिखाया गया है।
इतिहासकार स्मिथ ने समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहकर संबोधित किया था।