भारत में जेनेटिक रूप से परिवर्तित बी०टी० कॉटन फसल को व्यापारिक उत्पादन के लिए अनुशासित किया गया है।
बी०टी० कॉटन एक आनुवांशिक संशोधित कपास बीटी टॉक्सिन एक विशेष प्रकार का जीन होता है जो विशेष जीन द्वारा कूटबद्ध होते हैं। यह बैसीलस लूरीनजिएंसिस के स्ट्रेन जो क्राई (Cry) जीन कहलाते हैं, का उपयोग कपास में करने से बीटी कपास प्राप्त होता है। -
यह बीटी कपास मुकुलकृमि (Bull-worms) से परिरक्षित हो जाते हैं। इसी जीन का उपयोग कर Bt मक्का का भी उत्पादन किया जा रहा है।
यह मॉनसेण्टो USA की कम्पनी द्वारा प्रथम बार 2002 में उत्पादित किया गया था। महाराष्ट्र में Mahyco नामक कृषि जैव प्रौद्योगिकी कम्पनी इसकी आपूर्ति करती है।
बी०टी० कपास की तीन किस्मों को मंजूरी मिली है, ये हैं - मैक- 12. मैक- 162 और मैक- 184।
GM खेती के लिए GEAC ( Genetic Engineering Appraisal Committee) की मंजूरी अनिवार्य होती है।
भारत में वाणिज्यिक कृषि के अन्तर्गत एकमात्र आनुवंशिकीय परिष्कृत नकदी फसल Bt कपास है।