18वीं शताब्दी के अंत में, कलकत्ता (कोलकात्ता), बॉम्बे (मुंबई), और मद्रास (चेन्नई) भारतीय शहरों के महत्त्व में वृद्धि करके उन्हें प्रेसीडेंसी शहरों का दर्जा प्रदान किया गया।
- 1639 में अंग्रेज फ्रांसीसी डे ने चन्द्रगिरि के राजा से मद्रास पट्टे पर लिया एवं वहीं एक किलाबन्द कोठी का निर्माण किया। इस कोठी का नाम फोर्ट सेन्ट जॉर्ज पड़ा और यही फोर्ट सेन्ट जॉर्ज कालान्तर में कोरोमंडल तट पर अंग्रेजी मुख्यालय बना।
- 1698 में अंग्रेजी ईस्ट इंडिया कम्पनी ने तीन गाँव सुतानाती, कालीघाट एवं गोविन्दपुर की जमींदरी 1200 रुपये वार्षिक भुगतान कर प्राप्त की और यहाँ पर फोर्ट विलियम का निर्माण किया।
- चार्ल्स आयर, फोर्ट विलियम के प्रथम प्रेसीडेन्ट हुए। कालान्तर में यही कलकत्ता (कोलकाता) नगर कहलाया, जिसकी नींव जॉब चारनॉक ने रखी1687 में अंग्रेजों ने पश्चिमी तट का मुख्यालय सूरत से हटाकर बॉम्बे को बनाया।
- गैराल्ड औंगियर (1669-1677) (सूरत का प्रेसीडेन्ट एवं बम्बई का गवर्नर) ने बम्बई शहर की स्थापना की।
- बंबई के अंग्रेज गवर्नर जोसुआ चाइल्ड ने 1686-90 ई० के बीच में बॉम्बे और पश्चिमी समुद्र तट के मुगल बंदरगाहों को घेरा डाला तथा मक्का जाने वाले हज यात्रियों को बंदी बनाने का प्रयास किया था।