चौदहवीं शताब्दी के दौरान भारत में मुहम्मद-बिन-तुगलक (Muhammad-Bin-Tuglaq) सोने और चाँदी की नियमित मुद्राओं के स्थान पर सस्ती धातुओं से निर्मित सांकेतिक मुद्रा का उपयोग शुरू किया था।
मुहम्मद-बिन-तुगलक ने चाँदी धातु के स्थान पर ताँबे का सिक्का चलाया, जबकि मुद्रा का मूल्य चाँदी सिक्के के बराबर रखा गया।
- मुहम्मद-बिन-तुगलक अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरि स्थानांतरण किया था।
- तुगलक वंश के शासकों में सर्वाधिक प्रसिद्ध शासक मुहम्मद-बिन- तुगलक था।
- अलाउद्दीन खिलजी ने धार्मिक एवं न्यायिक मामलों से उलेमा का वर्चस्व का उपेक्षा की।
- फिरोजशाह तुगलक पहला सुल्तान था, जिसने हिन्दू धर्मग्रंथों का संस्कृत से फारसी में अनुवाद कराने के लिए कदम उठाए।
- अलाउद्दीन खिलजी ने भू-राजस्व की दर को बढ़ाकर उपज का 1/2 भाग कर दिया।
- घोड़ा दागने एवं सैनिकों का हुलिया लिखने की प्रथा की शुरुआत अलाउद्दीन खिलजी ने की। इन्होंने लूट का धन (खम्स) में सुल्तान का हिस्सा 1/5 भाग के स्थान पर 4/5 भाग लिया।