मानचित्र को बनाने के लिए अनेक विधियों का विकास किया गया है।ऐसी विधियाँ मुख्यत: अक्षांश और देशान्तर रेखाओं के खींचने से संबंधित हैं।
अलग-अलग विधि से खींचे गए अक्षांश और देशान्तर रेखाओं के जाल को प्रक्षेप कहते हैं।कई ऐसे प्रक्षेप विकसित किए गए हैं जिन पर अक्षांश और देशान्तर रेखाएँ सीधी रेखा होती हैं।
पर कई ऐसे प्रक्षेप हैं जिनमें दोनों रेखाएँ मुड़ी हुई या वृत्ताकार होती हैं।
कई ऐसे भी प्रक्षेप हैं जिन पर दोनों में से कोई एक सीधी रेखा होती है।