मानव निर्मित पर्यावरण (Man made Environment)-प्रागैतिहासिक काल में मनुष्य प्रकृति के साथ रहता था। वह अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति अपने आस-पास के वातावरण से प्रकृति को बिना क्षति पहुँचाए कर लेता था ।
परन्तु जैसे-जैसे वह विकसित होता गया, वैसे-वैसे उसने एक नए पर्यावरण को विकसित किया, जिसे मानव निर्मित पर्यावरण कहा गया। पर्यावरण के अनेक घटकों का निर्माण "मनुष्य ने किया। मानव निर्मित पर्यावरण में खेत, शहर तथा औद्योगिक स्थान आदि आते हैं। ये ऐसे स्थल हैं जिनको मनुष्य ने अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कृत्रिम रूप से बनाया है। शहरों का पर्यावरण कृत्रिम होता है।
आमतौर पर शहर का वायुमण्डल ग्रामीण क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक प्रदूषित होता है। फैक्ट्रियाँ, परिवहन के साधन और बिजली पर वायुमण्डल को प्रदूषित करने में योगदान देते हैं। मानव निर्मित पर्यावरण के कारण ऊर्जा की अत्यधिक खपत होती है। इसलिए मानव निर्मित पर्यावरण आमतौर पर प्राकृतिक पर्यावरण के कार्य में हस्तक्षेप करता है।