जीव विज्ञान और भौतिकी (Biological Science and Physics)—
भौतिकी के विकास का लाभ जीव विज्ञान को भी मिला है। विज्ञान की इस शाखा में भी भौतिकी के सिद्धान्तों तथा तकनीकों का उपयोग होता है। उदाहरणार्थ—
(i) प्रकाशिक सूक्ष्मदर्शी (optical microscope) का जीव विज्ञान विषय के अध्ययन में व्यापक उपयोग किया जाता है।
(ii) इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी जिसकी विभेदन क्षमता प्रकाशिक सूक्ष्मदर्शी से लगभग लाख गुनी अधिक होती है, के द्वारा कोशिका की संरचना को भी सुगमता से समझा जा सकता है।
(iii) जीव विज्ञान के अन्तर्गत, जैव भौतिकी (bio-physics) में भौतिकी के नियमों एवं तकनीकों का उपयोग करके श्वसन, रक्तचाप, नेत्र की क्रिया आदि का अध्ययन किया जाता है।
(iv) X- किरणों तथा न्यूट्रॉनों के विवर्तन की तकनीक से न्यूक्लिक अम्लों (nucleic acids) की संरचना को समझा गया है जिससे महत्त्वपूर्ण जैविक क्रियाओं के नियत्रंण में सहायता मिली है।
(v) चिकित्सा-विज्ञान में X- किरणों का महत्त्वपूर्ण योगदान है। इसके द्वारा शरीर के अन्दर के भागों का फोटोग्राफ लेकर बहुत-सी व्याधियों का पता लगाया जाता है तथा ये कैंसर के उपचार में भी उपयोगी सिद्ध हुई हैं। चिकित्सा की जाती है।
(vi) इनके अतिरिक्त रेडियो- आइसोटोप्स द्वारा कैंसर तथा चर्म रोगों की चिकित्सा की जाती है।