खगोल विज्ञान और भौतिकी (Astronomy and Physics)
खगोल विज्ञान भौतिकी के ज्ञान पर आधारित विज्ञान है। अन्तरिक्ष भौतिकी (space physics) तथा खगोल भौतिकी (Astro-physics ) के अन्तर्गत खगोल विज्ञान का ही अध्ययन किया जाता है । इस अध्ययन में भौतिकी के नियमों एवं तकनीकों का ही उपयोग किया जाता है, उदाहरणार्थ—
(i) खगोलीय पिण्डों की गति के अध्ययन में भौतिकी के नियम ही प्रयुक्त होते हैं।
(ii) खगोलीय-पिण्डों के अध्ययन में प्रकाश-दूरदर्शी, रेडियो- दूरदर्शी आदि भौतिकी के यन्त्रों का ही उपयोग किया जाता है। गैलीलियो ने बृहस्पति ग्रह के उपग्रहों की तथा हर्शेल ने यूरेनस ग्रह की खोज प्रकाश - दूरदर्शी की सहायता से ही की थी । रेडियो- दूरदर्शी की सहायता से नये खगोलीय पिण्डों, जैसे क्वासर्स (quasars), पल्सर्स (pulsars) आदि की खोज की गई हैं।
(iii) दूरस्थ तारों से आने वाले प्रकाश का वर्णक्रममापी से विश्लेषण करके ही उनकी गति का अध्ययन किया जाता है।