Ans : मान लिया कि माध्यम 1 और 2 के निरपेक्ष अपवर्तनांक क्रमश : $\mu_{1}$ एवं $\mu_{2}$ हैं तथा माध्यम 1 की अपेक्षा माध्यम 2 प्रकाशत : सघन है। यदि इनके लिए क्रांतिक कोण $i_{c}$ हो, तो आपतन-कोण $i_{c}$ के लिए अपवर्तन-कोण $90^{\circ}$ होगा। अतः स्नेल के नियम से, $\mu_{1} \sin \theta_{1}=\mu_{2} \sin \theta_{2}$
यहाँ, $\theta_{1}=90^{\circ}$ तथा $\theta_{2}=i_{c}$
$\therefore \quad \mu_{1} \sin 90^{\circ}=\mu_{2} \sin i_{c}$ अर्थात, $\frac{\mu_{2}}{\mu_{1}}=\frac{1}{\sin i_{c}}$ अतः , माध्यम 1 की अपेक्षा माध्यम 2 का अपवर्तनांक
${ }_{1} \mu_{2}=\frac{\mu_{2}}{\mu_{1}}=\frac{1}{\sin i_{c}}$ ....... (i)
यदि माध्यम 1 हवा तथा माध्यम 2 काँच हो, तो सूत्र (i) से,
${ }_{a} \mu_{g}=\frac{1}{\sin i_{c}}$ ...... (ii)
चूँकि माध्यम के अपवर्तनांक $(\mu)$ का मान प्रकाश के वर्ण पर भी निर्भर करता है, अतः किसी माध्यम के लिए क्रांतिक कोण $\left(i_{c}\right)$ का मान भी प्रकाश के वर्ण पर निर्भर करता है।