(a) क्षयकारी बलों की उपस्थिति में द्रव-दाब द्रव की गति की दिशा में घटता जाता है, क्योंकि नली में द्रव को प्रवाहित कराने के लिये कुछ दाब ऊर्जा क्षयकारी बलों के विरुद्ध कार्य करने में व्यय हो जाती है । -
(b) हाँ। तरल का वेग बढ़ने पर क्षयकारी बल अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं, क्योंकि क्षयकारी बल प्रवाह-वेग के अनुक्रमानुपाती होते हैं।