इस कथन में कोई विरोधाभास नहीं है कि भौतिकी के समीकरणों में सुन्दरता होना उनका प्रयोगों के साथ सहमत होने की अपेक्षा अधिक महत्त्वपूर्ण है।
'भौतिकी के समीकरण न केवल प्रयोगों से मेल खाने चाहिये अपितु सरल एवं सुन्दर भी होने चाहिए। समीकरण E = mc एक ऐसा ही समीकरण है जो बहुत सुन्दर व सरल है परन्तु इसने बीसवीं शताब्दी में विज्ञान एवं समाज का चेहरा ही बदल दिया है। दूसरा समीकरण F = G
myxm2 है जो सामान्य एवं सुन्दर है। एक दत्त स्थिति में इस समीकरण ने खगोल विज्ञान की समझ में ही आमूल चूल परिवर्तन कर दिया है। इस 12 पुस्तक में भौतिकी के अन्य कुछ ऐसे ही समीकरण हैं, F = mg, E = 1/2mv2, P = mv, E = ho तथा A = h/p आदि ।