लोहे (Iron) का पिण्ड, लकड़ी और काँच की वस्तुओं की अपेक्षा ताप का अच्छा संवाहक (Good Conductor) होता है। अतः, लोहे के पिण्ड को स्पर्श करने पर स्पर्शस्थल का ताप पिण्ड में संवाहित हो जाता है, और शीतल स्पर्श का अनुभव होता है।
लकड़ी और काँच की वस्तुएँ ताप का संवाहक है। अत: इसके स्पर्श से इनका ताप शरीर में प्रवेश करने लगता है, जिससे शीतलता की अनुभव नहीं होता है।