इन्द्रधनुष (Rainbow) प्रकाश के परावर्तन (Reflection), अपवर्तन (Refraction) पूर्ण आन्तरिक परावर्तन (Total internal Reflection) और वर्ण विक्षेपण का एक अच्छा उदाहरण है।
इन सब क्रियाओं के लिए अनुकूल माध्यम की आवश्यकता पड़ती है। वर्षा के बाद हवा में विद्यमान धूलकणों पर अटकी वर्षा की बूंदें इस माध्यम का कार्य करती हैं।
वर्षा त्रिपार्श्व (Prism) का कार्य करती है, जो प्रकाश के साथ संघटक रंगों को वर्ण-पट (Spectrum) के रूप में बिखेर देती है। यही कारण है, कि इन्द्रधनुष वर्षा के बाद दिखाई देता है।