20वीं शताब्दी के तीसरे दशक में समाजवादी विचारधारा का उदय और विकास हुआ। समाजवादी किसानों और मजदूरों की स्थिति में सुधार लाना चाहते थे।
काँग्रेस के अंदर वामपंथी के अतिरिक्त समाजवादी धारा उभड़ने लगी। नरेन्द्रदेव, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया जैसे नेता समाजवादी कार्यक्रम अपनाने की माँग करने लगे।
जयप्रकाश नारायण ने सन् 1931 ई० में बिहार समाजवादी दल की स्थापना की। 1934 में बंबई में काँग्रेस समाजवादी दल की स्थापना की गई।
स्वतंत्रता आंदोलन में समाजवादियों का महत्त्वपूर्ण योगदान था।